Musafir Hain Yaaro : Manzil ki talaash hai by Aasrin Hussain.

The Blurb:

हम पैदा क्यूँ होते हैं? और फिर मर क्यों जाते हैं ? इसी तरह के कई सवालों के साथ हम बड़े होते हैं , जीते हैं और फिर वक्त आने पर एक दिन मर जाते हैं किसी को जीते जी ही इन सब सवालों का जवाब मिल जाता है और कुछ लोग अपनी जिंदगी और इस universe के मतलब को जानने के लिए struggle करते रह जाते हैं| इसी के साथ हमारे जेहन में और भी कई सवाल उठते हैं , जेसे इस स्मार्ट वर्ल्ड में हमारी existence क्या मायने रखती है ? आखिर हमारी ज़िन्दगी का मकसद क्या है ? हाँ मकसद .., वही मकसद जो ज़िन्दगी को असल मायने में जिंदगी कहलवाते हैं | वही मकसद जो जीने की वजह होते हैं| वो मकसद जो इन्सान को उसके वजूद की पहचान करवाते हैं| लेकिन उसके लिए हमे हमारा सही मकसद पहचानना जरूरी है| और यही एक काम तो है जो सबसे मुश्किल लगता है| आखिर क्या होता है , जिंदगी का मकसद ? और केसे पहचाना जाता है ये ? मेरी नजर में दुनिया में जन्म लेने वाला हर इन्सान चाहे वो किसी भी जात से हो धर्म से हो या वर्ग से हो , किसी न किसी मकसद के साथ पैदा होता है| चाहे वो किसी को राह दिखाने के लिए पैदा हो या चाहे किसी को कुए से बाहर निकालने के लिए और चाहे वो किसी को खाई में धकेलने के लिए ही क्यों ना जन्म ले| या फिर किसी के वजूद को निखारने के लिए और कुछ लोग होते हैं जो घर वालो का सहारा बनने के लिए पैदा होते हैं| और यहाँ कुछ लोग ऐसे भी आते हैं जो सारी जिंदगी इस सफ़र ए जिंदगी को मस्त मलंग होकर जीना चाहते हैं| बे परवाह और बेफिक्री से इस दुनिया में घूमना चाहते हैं और घूमते भी हैं| और फिर आते हैं वो लोग जो सितारे की तरह खुद को इस दुनिया में चमकाना चाहते हैं और इस पर राज़ करना चाहते हैं| पर ये भी जानना कहाँ आसान होगा कि सितारा किस गगन का बनना है? आखिर कहाँ अपना आप लगाना है? जो आगे जाकर हमारे वजूद को तराश दे| और आखिर केसे पता चलेगा कि हम जहां अपना आप लगा रहे हैं आखिर मैं हमे वहीँ सफलता मिलेगी और सुकून हासिल होगा ?

इन्ही सभी सवालों और इनके जवाबो के साथ मिलकर बनी है ये कहानी| ये कहानी है दो लोगों की जो अपने मकसद की तलाश में हैं| जो लड़ कर भी हारे हुए हैं और जीत के भी बेसुकुन हैं| तो ये है इनके सफ़र की कहानी , " क्या इन्हें कभी मंजिल और सुकून मिल पायेगा ? " ये कहानी सिर्फ इन दो लोगों की नहीं है , ये कहानी हम में से हर दुसरे शख्स की है जो जिंदगी के मायने तलाश कर रहा है , जिंदगी का मकसद समझना चाहता है , अपनी जिंदगी में कामयाब होना चाहता है और अपनी जिंदगी को सुकून से गुजरना चाहता है , और इसी सुकून की तलाश में यहाँ वहाँ भागता रहता है|

My Take: 

Musafir Hain Yaaro: Manzil ki talaash hai is a new novel written by the author Aasrin Hussain and it's written in easy to read Hindi language full of expressive emotions. 

I liked the story, which has a unique flow that will make you think & look at things differently. Every chapter, every character are defined and portrayed in a magnificent way making it easy to relate to them. The detailed description of each emotion is the best part of the book that will touch your heart and it makes the book amazing. 

The highlight of the book is the storyline that kept me curious till the end also the massage that this book gives is just inspiring. A quick read and a must-read book. 

Overall a beautiful and amazingly written book, I will definitely recommend this to others. So click here and read now the Musafir Hain Yaaro: Manzil ki talaash hai  written by the author Aasrin Hussain

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